राम-जनार्दन मंदिर उज्जैन में रामघाट के पास स्थित है। यह मंदिर शिप्रा नदी के तट पर स्थित एक प्राचीन और पवित्र धार्मिक स्थल है।


राम-जनार्दन मंदिर का स्थान

  • मंदिर उज्जैन के प्रसिद्ध रामघाट क्षेत्र में स्थित है, जो शिप्रा नदी के किनारे है।
  • यह स्थान उज्जैन शहर के केंद्र से लगभग 2 किमी की दूरी पर है।
  • रामघाट पर शिप्रा स्नान के बाद श्रद्धालु राम-जनार्दन मंदिर के दर्शन करने आते हैं।

राम-जनार्दन मंदिर की विशेषताएं

  1. प्राचीन मंदिर:
    • यह मंदिर 17वीं शताब्दी में मराठा काल के दौरान बनाया गया था।
    • मंदिर का निर्माण मराठा पेशवाओं और सिंधिया परिवार की देखरेख में हुआ था।
  2. देवताओं की मूर्तियां:
    • मंदिर में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, और भगवान विष्णु (जनार्दन) की मूर्तियां स्थापित हैं।
    • यहां की मूर्तियों को सुंदर नक्काशी और कलात्मकता के लिए जाना जाता है।
  3. आकर्षक स्थापत्य:
    • मंदिर का स्थापत्य मराठा और भारतीय शैली का सुंदर मेल है।
    • पत्थरों पर की गई नक्काशी इसे विशेष बनाती है।
  4. धार्मिक गतिविधियां:
    • राम-जनार्दन मंदिर में नियमित रूप से पूजा-अर्चना होती है।
    • विशेष पर्वों, जैसे राम नवमी और कृष्ण जन्माष्टमी, के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

कैसे पहुंचे?

  1. रेलवे स्टेशन से दूरी:
    • उज्जैन रेलवे स्टेशन से मंदिर लगभग 3-4 किमी दूर है।
  2. सड़क मार्ग:
    • यह स्थान स्थानीय ऑटो, टैक्सी, और सिटी बसों के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
  3. निकटतम स्थान:
    • यह मंदिर रामघाट के पास स्थित है, जो काल भैरव मंदिर और महाकालेश्वर मंदिर के भी निकट है।

निष्कर्ष

उज्जैन का राम-जनार्दन मंदिर, रामघाट के पास, एक प्राचीन और धार्मिक स्थल है। यह मंदिर अपनी स्थापत्य कला और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। उज्जैन आने वाले श्रद्धालु शिप्रा नदी में स्नान के बाद इस मंदिर के दर्शन अवश्य करते हैं।

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इस क्षेत्र को विष्णु सागर के नाम से भी जाना जाता है।

यह मंदिर उज्जैन के अति प्राचीन मंदिरों में से एक है यहां पर भगवान विष्णू और राम,लक्ष्मण और मां सीता की भी प्राचीनतम प्रतिमाएं स्थापित है। यह मंदिर भी मां क्षिप्रा के बाएं तरफ़ एक और किनारे पर ही स्थित है।

यह मंदिर चारों ओर से व्रक्षों से घिरा हुआ है तथा ट्यूरिस्ट के लिए आकर्षण का केंद्र है ।

यहां आने वाले टूरिस्ट बोटिंग आदि भी यहा पर करते है और बोटिंग का खूब मज़ा लेते हैं।