नवग्रह मंदिर में हर ग्रह की पूजा विशेष प्रकार की सामग्री और चढ़ावे के साथ की जाती है। प्रत्येक ग्रह के लिए अलग-अलग सामग्रियां और रंग निर्धारित हैं, जिनसे उनकी पूजा की जाती है। यह मान्यता है कि सही विधि से पूजा करने पर ग्रहों की अशुभता दूर होती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।

नवग्रहों को चढ़ावा:

1. सूर्य (रवि):

चढ़ावा: लाल फूल, लाल कपड़ा, गेहूं, गुड़, और तांबे का सिक्का।

पसंदीदा चीज: गुड़ और गेंहू।

विशेष दिन: रविवार।



2. चंद्रमा:

चढ़ावा: सफेद फूल, चावल, दूध, चीनी, और सफेद वस्त्र।

पसंदीदा चीज: चावल और दूध।

विशेष दिन: सोमवार।



3. मंगल:

चढ़ावा: लाल फूल, मसूर की दाल, गुड़, और लाल वस्त्र।

पसंदीदा चीज: मसूर और गुड़।

विशेष दिन: मंगलवार।



4. बुध:

चढ़ावा: हरी मूंग, हरे वस्त्र, दुर्वा घास, और मिश्री।

पसंदीदा चीज: मूंग और घी।

विशेष दिन: बुधवार।



5. गुरु (बृहस्पति):

चढ़ावा: पीला फूल, चने की दाल, हल्दी, पीला वस्त्र।

पसंदीदा चीज: बेसन के लड्डू और चने की दाल।

विशेष दिन: गुरुवार।



6. शुक्र:

चढ़ावा: सफेद चंदन, मिश्री, सफेद फूल, दही, और चावल।

पसंदीदा चीज: खीर और दही।

विशेष दिन: शुक्रवार।



7. शनि:

चढ़ावा: सरसों का तेल, काले तिल, लोहे का सिक्का, उड़द दाल, नीला वस्त्र।

पसंदीदा चीज: तेल और उड़द की दाल।

विशेष दिन: शनिवार।



8. राहु:

चढ़ावा: काले तिल, नारियल, सरसों का तेल, और नीले फूल।

पसंदीदा चीज: काले तिल।

विशेष दिन: शनिवार।



9. केतु:

चढ़ावा: लड्डू, मल्टीकलर वस्त्र, और कुशा घास।

पसंदीदा चीज: लड्डू और कुश।

विशेष दिन: मंगलवार।


पूजा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:

ग्रहों की पूजा करते समय उनका संबंधित मंत्र जपना चाहिए।

दान और चढ़ावा को ग्रह के अनुसार निर्धन व्यक्तियों में वितरित करना शुभ माना जाता है।

पूजा विधि को सही तरीके से पंडित की सहायता से करना लाभकारी होता है।


यदि आप उज्जैन स्थित शनि मंदिर या किसी अन्य नवग्रह मंदिर में विशेष पूजा कराना चाहते हैं, तो जानकारी दें।

नवग्रहों की पूजा

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