गुरु नानक जयंती 2025: तिथि, महत्व, जीवन कथा और उत्सव परंपरा

गुरु नानक जयंती सिख धर्म के प्रथम गुरु, गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इसे ‘प्रकाश पर्व’ भी कहा जाता है। इस दिन गुरुद्वारों में विशेष सजावट, कीर्तन, कथा और लंगर का आयोजन किया जाता है। 2025 में गुरु नानक जयंती 15 नवंबर को मनाई जाएगी।

गुरु नानक जयंती का महत्व

गुरु नानक देव जी ने दुनिया को सत्य, करुणा, समानता और सेवा का मार्ग दिखाया। उनका उपदेश “एक ओंकार”, यानी ईश्वर एक है, आज भी लोगों को प्रेरित करता है। इस दिन उनके जीवन और शिक्षाओं को याद किया जाता है।

गुरु नानक जयंती 2025 (Guru Nanak Jayanti 2025) तिथि

  • तिथि — 15 नवंबर 2025 (शनिवार)

जीवन कथा संक्षेप में

गुरु नानक देव जी का जन्म 1469 में तलवंडी (अब पाकिस्तान में) हुआ था। उन्होंने जात-पात, भेदभाव और अंधविश्वासों का विरोध किया और सेवा, सच्चाई और सरलता का संदेश दिया। उनकी यात्राएं (उदासियां) भारत से लेकर अरब देशों तक हुईं और उन्होंने लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान दिया।

उत्सव परंपरा

  1. अखंड पाठ का आयोजन किया जाता है।
  2. नगर कीर्तन निकालते हैं, जिसमें गुरुबाणी और ढोल-नगाड़े बजते हैं।
  3. गुरुद्वारों को दीपों से सजाया जाता है।
  4. लंगर का आयोजन कर सभी को भोजन कराया जाता है।
  5. गुरु नानक जी के उपदेशों का पाठ किया जाता है।

क्या करें इस दिन?

  • सुबह गुरुद्वारा जाकर सेवा करें।
  • लंगर सेवा में भाग लें।
  • सत्य, सेवा और समर्पण का संकल्प लें।
  • गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को जीवन में अपनाएं।

विशेष मान्यता

गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस पर किए गए सेवा और भक्ति कार्य का फल कई गुना बढ़ जाता है। इस दिन उनके उपदेशों का स्मरण करने से मन शांत और आत्मा शुद्ध होती है।

उपसंहार

गुरु नानक जयंती हमें सिखाती है कि इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है। सेवा, करुणा और सत्य का मार्ग अपनाकर हम समाज और खुद का कल्याण कर सकते हैं।


FAQ: गुरु नानक जयंती 2025 (Guru Nanak Jayanti 2025)

प्रश्न 1: गुरु नानक जयंती 2025 (Guru Nanak Jayanti 2025) में कब मनाई जाएगी?
उत्तर: गुरु नानक जयंती 2025 (Guru Nanak Jayanti 2025) में 4 नवंबर को मनाई जाएगी।

प्रश्न 2: गुरु नानक जयंती क्यों मनाते हैं?
उत्तर: गुरु नानक जयंती सिख धर्म के संस्थापक और प्रथम गुरु, श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व (जन्म दिवस) के रूप में मनाई जाती है।

प्रश्न 3: इस दिन क्या विशेष कार्य किए जाते हैं?
उत्तर: गुरुद्वारों में अखंड पाठ, कीर्तन, लंगर सेवा, नगर कीर्तन और विशेष प्रार्थनाएं की जाती हैं। लोग सेवा और दान पुण्य करते हैं।

प्रश्न 4: गुरु नानक देव जी का मुख्य संदेश क्या था?
उत्तर: गुरु नानक जी ने सत्य, एकता, सेवा, करुणा, ईमानदारी, और समानता का संदेश दिया था। उनका प्रसिद्ध उपदेश है — ‘एक ओंकार सतनाम’।

प्रश्न 5: गुरु नानक जयंती पर कौन-कौन से आयोजन होते हैं?
उत्तर: इस अवसर पर नगर कीर्तन (धार्मिक जुलूस), गुरुवाणी का पाठ, लंगर (भंडारे), और गुरुद्वारों में सजावट और रोशनी की जाती है।

प्रश्न 6: गुरु नानक जयंती पर क्या दान करना शुभ माना जाता है?
उत्तर: भोजन, वस्त्र, और अन्न का दान करना शुभ माना जाता है। साथ ही, जरूरतमंदों की सहायता करना और सेवा करना इस दिन विशेष पुण्यकारी होता है।

प्रश्न 7: गुरु नानक जयंती के दिन क्या मंत्र पढ़ना चाहिए?
उत्तर: गुरु नानक जी के उपदेशों का पाठ किया जाता है, साथ ही ‘एक ओंकार सतनाम’ और ‘वाहे गुरु’ का जाप करते हैं।

प्रश्न 8: क्या गुरु नानक जयंती केवल सिख धर्म के लोग ही मनाते हैं?
उत्तर: नहीं, यह पर्व सिख धर्म का प्रमुख उत्सव जरूर है, लेकिन उनके विचार और शिक्षाएं मानवता के लिए हैं। अतः सभी धर्म के लोग इसमें शामिल होते हैं।

प्रश्न 9: गुरु नानक जयंती के साथ कौन सा त्योहार और परंपरा जुड़ी होती है?
उत्तर: गुरु नानक जयंती के पहले 48 घंटे अखंड पाठ होता है और फिर नगर कीर्तन के रूप में जुलूस निकाला जाता है, जिसमें पंज प्यारे और शबद कीर्तन होते हैं।

प्रश्न 10: गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का आज के समय में क्या महत्व है?
उत्तर: गुरु नानक जी का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है। उनके विचार हमें एकता, मानवता, और सभी के साथ समानता व प्रेम से व्यवहार करने की प्रेरणा देते हैं।

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