
दीपावली 2025: तिथि, महत्व, पूजन विधि और लक्ष्मी गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त
दीपावली, जिसे दिवाली भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध त्योहार है। यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। 2025 में दीपावली का त्योहार 19 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा की जाती है और घरों को दीपों से सजाया जाता है।
दीपावली का महत्व
दीपावली का पर्व अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है। इस दिन भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण 14 वर्षों का वनवास पूर्ण कर अयोध्या लौटे थे। अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। तभी से यह पर्व प्रकाश और समृद्धि का उत्सव बन गया।
दीपावली 2025 तिथि (Diwali 2025 Dates)
- तिथि — 19 अक्टूबर 2025 (रविवार)
लक्ष्मी-गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त
- शुभ मुहूर्त — संध्या काल में प्रदोष काल के समय।
- इस समय मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अत्यंत फलदायक मानी जाती है।
पूजा विधि
- संध्या के समय घर के आंगन और मंदिर को स्वच्छ करें।
- चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
- कलश स्थापित करें और दीप जलाएं।
- रोली, अक्षत, पुष्प और मिठाई से पूजा करें।
- लक्ष्मी माता को कमलगट्टे की माला अर्पित करें।
- घर के प्रत्येक कोने में दीपक जलाएं।
- लक्ष्मीजी के चरण चिह्न घर में बनाएं।
दीपावली कथा
रामायण के अनुसार, जब भगवान राम लंका विजय कर अयोध्या लौटे, तो पूरे अयोध्या को दीपों से सजाया गया था। यह परंपरा आज भी जीवित है। साथ ही समुद्र मंथन से अमावस्या की रात मां लक्ष्मी प्रकट हुईं और इस दिन उनकी पूजा से जीवन में सुख, धन और वैभव प्राप्त होता है।
क्या करें इस दिन?
- पुराने कपड़े और बेकार वस्तुओं का दान करें।
- घर को साफ-सुथरा रखें और दीपों से सजाएं।
- जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करें।
- रात्रि को दीप जलाकर लक्ष्मी-गणेश पूजन करें।
विशेष मान्यता
कहा जाता है कि दीपावली की रात मां लक्ष्मी घर में आती हैं और जहां स्वच्छता और दीपों का प्रकाश होता है, वहां स्थायी वास करती हैं।
उपसंहार
दीपावली का पर्व जीवन में उजाला, समृद्धि और नई ऊर्जा लेकर आता है। यह दिन हमें सिखाता है कि अच्छे कर्मों के साथ जीवन में हर अंधकार को हराया जा सकता है।
FAQ: दीपावली 2025 (Diwali 2025)
प्रश्न 1: दीपावली 2025 में कब मनाई जाएगी?
उत्तर: दीपावली 2025 में 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
प्रश्न 2: दीपावली क्यों मनाई जाती है?
उत्तर: दीपावली भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है। यह अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है।
प्रश्न 3: दीपावली कितने दिनों का पर्व होता है?
उत्तर: दीपावली का पर्व 5 दिनों तक चलता है — धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली (मुख्य दिन), गोवर्धन पूजा और भाई दूज।
प्रश्न 4: दीपावली पर कौन-कौन से देवी-देवताओं की पूजा होती है?
उत्तर: मुख्य रूप से माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, और मां सरस्वती की पूजा की जाती है।
प्रश्न 5: दीपावली पर क्या विशेष परंपरा होती है?
उत्तर: दीपावली पर घर की सफाई, रंगोली, दीप जलाना, मिठाइयाँ बनाना और लक्ष्मी पूजन की परंपरा निभाई जाती है।
प्रश्न 6: दीपावली पर किस मंत्र का जाप करें?
उत्तर: लक्ष्मी पूजन के समय “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करना शुभ माना जाता है।
प्रश्न 7: दीपावली पर क्या दान करना चाहिए?
उत्तर: इस दिन अन्न, वस्त्र, दीप, और जरूरतमंदों को दान करना बहुत पुण्यकारी होता है।
प्रश्न 8: दीपावली का आध्यात्मिक महत्व क्या है?
उत्तर: यह पर्व आत्मा के अंदर के अज्ञान और अंधकार को दूर कर ज्ञान और प्रकाश का मार्ग अपनाने का संदेश देता है।
प्रश्न 9: क्या दीपावली पर व्रत रखना आवश्यक है?
उत्तर: दीपावली पर व्रत रखने की परंपरा नहीं है, लेकिन कुछ लोग लक्ष्मी पूजन से पहले उपवास रखते हैं।
प्रश्न 10: दीपावली का सामाजिक संदेश क्या है?
उत्तर: दीपावली सामाजिक एकता, प्रेम, और सद्भाव का संदेश देती है। यह खुशियाँ बाँटने और सकारात्मक ऊर्जा फैलाने का पर्व है।