परिचय:

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग (Vaidyanath Jyotirlinga), जिसे बाबा बैद्यनाथ धाम भी कहा जाता है, झारखंड के देवघर जिले में स्थित है। यह भगवान शिव का ऐसा पवित्र स्थान है, जहाँ उन्हें वैद्य (चिकित्सक) के रूप में पूजा जाता है। ऐसा विश्वास है कि भगवान शिव यहाँ अपने भक्तों के दुख, रोग और जीवन की कठिनाइयों को हरते हैं।


वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की पौराणिक कथा:

कहा जाता है कि लंका के राजा रावण ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घोर तपस्या की। उसने अपनी भक्ति सिद्ध करने के लिए एक-एक कर अपने दसों सिर काटकर भगवान शिव को अर्पित कर दिए। भगवान शिव प्रसन्न हुए और उन्होंने रावण के सभी सिर वापस जोड़कर उसे जीवनदान दिया। इस प्रकार भगवान शिव ने स्वयं वैद्य (चिकित्सक) का रूप धारण कर रावण का उपचार किया और यहीं ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हुए। इस कारण इस ज्योतिर्लिंग को वैद्यनाथ कहा जाता है।


वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का महत्व:

  • यह स्थान रोगों से मुक्ति, दीर्घायु और आरोग्य प्रदान करने वाला माना जाता है।
  • यहाँ श्रावण मास में विशेष कांवड़ यात्रा का आयोजन होता है।
  • मंदिर परिसर में 21 छोटे-बड़े मंदिर स्थित हैं।
  • यहां के दर्शन से स्वास्थ्य लाभ, मनोकामना पूर्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की विशेषताएं:

  • मुख्य गर्भगृह में शिवलिंग के साथ माता पार्वती की प्रतिमा भी विराजमान है।
  • मंदिर का निर्माण नागर शैली में हुआ है।
  • प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु यहाँ श्रावण मास में जल चढ़ाने आते हैं।
  • मंदिर परिसर बहुत विशाल और सुंदर रूप से सुसज्जित है।

पूजा विधि और आरती:

  • प्रतिदिन मंगला आरती, श्रृंगार आरती और शयन आरती होती है।
  • भक्त जल, दूध, शहद, घी, दही, बेलपत्र और कमल के फूल अर्पित करते हैं।
  • विशेष रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जाप भी यहाँ करवाए जाते हैं।

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग यात्रा कैसे करें: (Vaidyanath Jyotirlinga yatra)

  • निकटतम रेलवे स्टेशन: जसीडीह रेलवे स्टेशन (7 किलोमीटर)
  • निकटतम हवाई अड्डा: दुमका एयरपोर्ट (60 किलोमीटर), रांची एयरपोर्ट (270 किलोमीटर)
  • सड़क मार्ग: पटना, रांची, भागलपुर, कोलकाता से सीधी बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध है।

यात्रा का सर्वोत्तम समय:

  • श्रावण मास के दौरान यहाँ भव्य उत्सव होता है, लेकिन अक्टूबर से मार्च तक यात्रा के लिए सर्वश्रेष्ठ समय है।

वैद्यनाथ धाम के आसपास घूमने की जगहें:

  • त्रिकूट पर्वत
  • नौलखा मंदिर
  • रिखिया आश्रम
  • तपोवन पर्वत
  • श्रावणी मेला स्थल

महत्वपूर्ण तथ्य:

  • इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है।
  • यह स्थान कामना लिंग के रूप में प्रसिद्ध है, जहाँ हर मनोकामना पूर्ण होती है।
  • रावण द्वारा स्थापित इस ज्योतिर्लिंग को अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।

FAQs:

Q1: वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग कहां स्थित है?
उत्तर: यह झारखंड राज्य के देवघर जिले में स्थित है।

Q2: वैद्यनाथ मंदिर की विशेषता क्या है?
उत्तर: भगवान शिव यहाँ वैद्य (चिकित्सक) के रूप में पूजे जाते हैं और यह रोगों से मुक्ति दिलाने वाला स्थल है।

Q3: वैद्यनाथ यात्रा का सर्वोत्तम समय क्या है?
उत्तर: श्रावण मास में यात्रा सबसे शुभ मानी जाती है, परंतु अक्टूबर से मार्च भी उत्तम समय है।

Q4: क्या यहाँ कांवड़ यात्रा होती है?
उत्तर: हाँ, श्रावण मास में यहाँ भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन होता है।

Q5: दर्शन से क्या लाभ होता है?
उत्तर: यहाँ के दर्शन से रोग-मुक्ति, दीर्घायु, आरोग्य और मोक्ष प्राप्ति होती है।


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