परिचय

उज्जैन भस्मारती के लिए ड्रेस कोड – उज्जैन स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में प्रतिदिन प्रातः होने वाली भस्मारती सम्पूर्ण भारत में अपने अनोखे स्वरूप और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह एकमात्र ऐसी आरती है जिसमें भस्म (चिता की राख) से भगवान शिव का श्रृंगार किया जाता है। इस दिव्य आरती में सम्मिलित होने के लिए श्रद्धालुओं को एक विशेष ड्रेस कोड का पालन करना अनिवार्य होता है। आइए जानते हैं भस्मारती में शामिल होने के लिए निर्धारित ड्रेस कोड और इससे जुड़ी जरूरी जानकारियाँ।


भस्मारती का विशेष महत्व

  • यह आरती प्रतिदिन प्रातः 4 बजे होती है।
  • शिवभक्त इस आरती में शामिल होकर मोक्ष की कामना करते हैं।
  • भस्मारती महाकाल के रौद्र रूप की प्रतीक मानी जाती है।

भस्मारती में ड्रेस कोड क्यों जरूरी है?

महाकाल मंदिर एक अत्यंत पवित्र स्थल है और भस्मारती एक विशिष्ट धार्मिक अनुष्ठान। इस आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड निर्धारित किया गया है ताकि पूजा की मर्यादा बनी रहे और वातावरण अनुशासित रहे।


महाकाल भस्मारती ड्रेस कोड

पुरुषों के लिए:

  • अनिवार्य वस्त्र: धोती (कपड़े की हो, न कि सिलाई वाली), बिना शर्ट या बनियान के।
  • ऊपरी वस्त्र: अंगवस्त्र या उत्तरीय (चादर/दुपट्टा)।
  • निषेध: पैंट, जीन्स, टी-शर्ट, कुर्ता आदि पहनकर गर्भगृह में प्रवेश वर्जित है।

महिलाओं के लिए:

  • अनिवार्य वस्त्र: साड़ी (परंपरागत ढंग से पहनी हुई)।
  • वैकल्पिक: सलवार-सूट या लहंगा-चोली (पूरी तरह ढका हुआ और पारंपरिक होना चाहिए)।
  • निषेध: वेस्टर्न ड्रेस जैसे जीन्स, स्कर्ट, टॉप आदि।

ड्रेस कोड की चेकिंग प्रक्रिया

  • मंदिर प्रशासन द्वारा गेट पर ड्रेस कोड की जांच की जाती है।
  • अगर किसी के वस्त्र नियमों के अनुसार नहीं हैं, तो उन्हें आरती में प्रवेश नहीं दिया जाता।
  • मंदिर के पास कुछ दुकानों पर किराए पर धोती-साड़ी उपलब्ध रहती हैं।

कुछ महत्वपूर्ण सुझाव

  • समय से पहले मंदिर परिसर पहुँचें (कम से कम 1.5 घंटे पूर्व)।
  • आरती के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
  • धार्मिक मर्यादा बनाए रखें और मोबाइल आदि का प्रयोग आरती के दौरान न करें।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

🔹 क्या बिना धोती के पुरुष भस्मारती में जा सकते हैं? 👉 नहीं, केवल पारंपरिक धोती में ही प्रवेश की अनुमति है।

🔹 महिलाओं के लिए कौन-सा परिधान अनिवार्य है? 👉 पारंपरिक साड़ी या ढका हुआ सलवार-सूट। वेस्टर्न ड्रेस प्रतिबंधित है।

🔹 क्या मंदिर में ड्रेस किराए पर मिलती है? 👉 हाँ, मंदिर के पास कई दुकानों पर धोती, साड़ी आदि किराए पर मिलते हैं।

🔹 भस्मारती में मोबाइल ले जा सकते हैं क्या? 👉 मोबाइल ले जाना संभव है, लेकिन आरती के समय उपयोग करना वर्जित है।


निष्कर्ष

भस्मारती उज्जैन की आत्मा है और महाकाल के दर्शन का सबसे पावन अवसर। इस आरती में सम्मिलित होने का सौभाग्य हर किसी को नहीं मिलता, इसलिए जब भी यह अवसर मिले, तो निर्धारित ड्रेस कोड का पालन अवश्य करें। यह न केवल नियमों का पालन है, बल्कि भगवान महाकाल के प्रति हमारी श्रद्धा और मर्यादा का प्रतीक भी है।

🙏 जय श्री महाकाल 🙏