उज्जैन सप्तपुरीयों में से एक प्रमुख शहर है, हिन्दू धर्म का एक पवित्र नगर जिसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उज्जैन धरती पर स्थित एकमात्र ऐसा तीर्थ है जहां

  • बारह ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिंग है।
  • यहां हर बारहवें वर्ष कुंभ का आयोजन होता है।
  • 51 शक्तिपीठ में से एक शक्तिपीठ उज्जैन में है।
  • 18 महाशक्ति पीठ में से एक उज्जैन में स्थित है।
  • 4 आदि वटवृक्ष में से एक उज्जैन में स्थित है।

अर्थात उज्जैन सनातन परंपरा के मुकुट में एक बहुमूल्य रत्न के समान है। उज्जैन प्राचीन तो है ही साथ ही तीर्थों में श्रेष्ठ और अति सुंदर होने के साथ-साथ, सुकून और शांति भरा हुआ नगर है।


उज्जैन एक ऐसा नगर है जो संसार में मौजूद सारे मानचित्र में सभी कालखंड में विराजमान है। इससे भी उज्जैन की प्राचीनता का साक्ष्य मिलता है।


आकाश में तारकलिंग, पाताल लोक में हाटकेश्वर और मृत्युलोक या पृथ्वी पर सबसे अधिक प्रभावशाली और विश्वसनीय भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग अगर कोई है तो वो है राजाधिराज योगिराज भगवान महाकाल का।