
बगलामुखी मंदिर, नलखेड़ा – तंत्र साधना और शत्रु नाश की देवी
माँ बगलामुखी का शक्तिपीठ, मध्य प्रदेश के नलखेड़ा (जिला आगर-मालवा) में स्थित है। बगलामुखी मंदिर दस महाविद्याओं में से एक माँ बगलामुखी को समर्पित है, जो तंत्र साधना, शत्रु नाश, वाणी पर विजय और न्याय में सफलता दिलाने वाली देवी मानी जाती हैं।

❖ माँ बगलामुखी का परिचय
बगलामुखी देवी को “स्तंभन शक्ति” की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। अर्थात, उनकी साधना से शत्रुओं का प्रभाव खत्म हो जाता है, मुकदमे में विजय मिलती है और जीवन में आने वाली बाधाएँ समाप्त होती हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब सृष्टि में भयंकर तूफान आया, जिससे सम्पूर्ण सृष्टि का विनाश होने लगा, तब भगवान विष्णु ने तपस्या की और माँ बगलामुखी प्रकट हुईं। उन्होंने अपनी शक्ति से उस महाविनाश को रोक दिया। तभी से माँ बगलामुखी को रक्षा और विजय की देवी के रूप में पूजा जाता है।
❖ नलखेड़ा बगलामुखी मंदिर का महत्व
- तंत्र साधना का प्रमुख केंद्र – यह मंदिर तांत्रिक अनुष्ठानों, हवन और विशेष साधनाओं के लिए प्रसिद्ध है।
- शत्रु नाश और मुकदमे में विजय – यहाँ विशेष अनुष्ठान करने से मुकदमे में जीत, शत्रु बाधा से मुक्ति और वाणी पर नियंत्रण प्राप्त होता है।
- पीताम्बरा शक्तिपीठ – माँ बगलामुखी को पीले रंग से प्रियता है, इसलिए यहाँ पीले वस्त्र, पीला भोग और पीली सामग्री का विशेष महत्व है।
- राजनेताओं, अधिकारियों और व्यापारियों की श्रद्धा – कई राजनेता, उद्योगपति और उच्च अधिकारी यहाँ राजयोग और सफलता के लिए अनुष्ठान करवाते हैं।
- विशेष मंत्र सिद्धि और हवन – इस मंदिर में बगलामुखी बीज मंत्र, स्तंभन मंत्र और रक्षा कवच साधना की जाती है।
❖ प्रमुख अनुष्ठान और साधनाएँ

✅ शत्रु बाधा नाशक अनुष्ठान – जो लोग शत्रुओं से परेशान हैं, उनके लिए विशेष हवन किए जाते हैं।
✅ मुकदमे और कानूनी मामलों में विजय प्राप्ति के लिए पूजा
✅ राजनीतिक और व्यावसायिक सफलता के लिए अनुष्ठान
✅ नकारात्मक ऊर्जा और तांत्रिक बाधा निवारण पूजा
✅ गुप्त नवरात्रि और विशेष तांत्रिक अनुष्ठान
❖ नलखेड़ा बगलामुखी मंदिर जाने के लाभ
✅ शत्रु बाधा से मुक्ति – यहाँ पूजा करने से शत्रु शांत होते हैं और उनका प्रभाव खत्म हो जाता है।
✅ न्याय और मुकदमे में सफलता – यदि कोई व्यक्ति न्यायालय में मुकदमा लड़ रहा है, तो यहाँ अनुष्ठान करने से जीत की संभावना बढ़ जाती है।
✅ व्यापार और करियर में सफलता – व्यापारी और अधिकारी यहाँ सफलता और समृद्धि के लिए पूजा करते हैं।
✅ तंत्र साधना और सिद्धियों की प्राप्ति – यह मंदिर तांत्रिकों और साधकों के लिए एक महत्वपूर्ण साधना स्थल है।
✅ दांपत्य जीवन और वाणी पर नियंत्रण – माँ बगलामुखी की साधना से वाणी में प्रभाव और रिश्तों में सामंजस्य बढ़ता है।
❖ नलखेड़ा कैसे पहुँचे?
नलखेड़ा, मध्य प्रदेश के आगर-मालवा जिले में स्थित है और यहाँ पहुँचने के लिए विभिन्न साधन उपलब्ध हैं:
- निकटतम रेलवे स्टेशन: उज्जैन (100 किमी) और शाजापुर (35 किमी)
- निकटतम हवाई अड्डा: इंदौर (150 किमी)
- सड़क मार्ग: उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा से बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।
❖ उपसंहार
माँ बगलामुखी का नलखेड़ा मंदिर केवल एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि तंत्र साधना और शक्ति आराधना का प्रमुख केंद्र है। जिन भक्तों को शत्रु बाधा, न्यायिक समस्याएँ, नकारात्मक ऊर्जा या व्यापारिक समस्याएँ होती हैं, उनके लिए यह मंदिर विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है। माँ बगलामुखी की कृपा से भय, बाधा और संकट समाप्त होते हैं, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।
“ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिव्हां कीलय, बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा!”
“जय माँ बगलामुखी!”