परिचय:

काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishwanath Jyotirlinga) भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे प्रमुख और पूजनीय है, जो उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी (काशी) में स्थित है। इसे मोक्ष नगरी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि काशी स्वयं भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित है, और यहाँ मृत्यु का अर्थ है सीधे मोक्ष की प्राप्ति। इस ज्योतिर्लिंग का दर्शन करने से जीवन के सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और आत्मा परम शांति को प्राप्त करती है।


काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishwanath Jyotirlinga) का पौराणिक महत्व:

  • स्कंद पुराण और शिव पुराण में काशी को भगवान शिव का सबसे प्रिय स्थान बताया गया है।
  • कथा अनुसार, भगवान शिव ने स्वयं काशी को अपना निवास स्थल चुना था।
  • मान्यता है कि यहाँ मृत्यु के समय स्वयं भगवान शिव भक्त के कान में तारक मंत्र का उच्चारण करते हैं और उसे मोक्ष देते हैं।
  • काशी को “अविमुक्त क्षेत्र” कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि यहाँ भगवान शिव कभी नहीं छोड़ते।

काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishwanath Jyotirlinga) का ऐतिहासिक विवरण:

  • इस मंदिर का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में मिलता है और यह सैकड़ों वर्षों पुराना है।
  • इस मंदिर का कई बार विध्वंस हुआ, लेकिन हर बार इसे फिर से बनाया गया।
  • वर्तमान भव्य स्वरूप 1780 में महारानी अहिल्याबाई होल्कर द्वारा निर्मित कराया गया।
  • मंदिर का शिखर सोने से मढ़ा हुआ है, जिसे पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह ने दान में दिया था।

कैसे पहुँचें काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishwanath Jyotirlinga):

  1. सड़क मार्ग:
    • वाराणसी उत्तर प्रदेश का प्रमुख शहर है, यहाँ सभी प्रमुख शहरों से बस और टैक्सी उपलब्ध हैं।
  2. रेल मार्ग:
    • वाराणसी जंक्शन (VNS) देश के लगभग सभी बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।
  3. हवाई मार्ग:
    • वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट (27 किलोमीटर दूर) है, जहाँ से टैक्सी लेकर मंदिर पहुँचा जा सकता है।

काशी के अन्य दर्शनीय स्थल:

  • दशाश्वमेध घाट
  • मणिकर्णिका घाट
  • तुलसी मानस मंदिर
  • संकट मोचन मंदिर
  • सारनाथ
  • गंगा आरती (जो हर शाम घाट पर होती है)

काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishwanath Jyotirlinga) दर्शन का सर्वोत्तम समय:

  • यहाँ पूरे वर्ष दर्शन किए जा सकते हैं, लेकिन महाशिवरात्रि, सावन मास, दीपावली, और कार्तिक पूर्णिमा के समय श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।
  • अक्टूबर से मार्च का समय मौसम की दृष्टि से सबसे बेहतर माना जाता है।

यात्रा के लिए आवश्यक सुझाव:

  • मंदिर प्रात: 4:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक खुला रहता है।
  • सोमवार और शिवरात्रि के दिन विशेष पूजन का आयोजन होता है।
  • मंदिर परिसर में मोबाइल फोन, कैमरा आदि ले जाना प्रतिबंधित है।
  • गंगा स्नान के बाद मंदिर दर्शन करना पुण्यकारी माना जाता है।

FAQs:

Q1: काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (Kashi Vishwanath Jyotirlinga) कहाँ स्थित है?
उत्तर: काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में स्थित है।

Q2: काशी विश्वनाथ मंदिर का क्या महत्व है?
उत्तर: काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव का सबसे प्रिय धाम है, जहाँ मृत्यु मात्र से मोक्ष प्राप्त होता है।

Q3: क्या काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष पूजा की सुविधा है?
उत्तर: हाँ, विशेष पूजन, रुद्राभिषेक और अन्य धार्मिक अनुष्ठान की बुकिंग मंदिर समिति द्वारा की जाती है।

Q4: क्या मंदिर में ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है?
उत्तर: हाँ, अब श्रद्धालु दर्शन, पूजन और रुद्राभिषेक की बुकिंग ऑनलाइन भी कर सकते हैं।

Q5: काशी आने का सर्वोत्तम समय कौन सा है?
उत्तर: अक्टूबर से मार्च तक का समय मौसम के लिहाज से सबसे उत्तम माना जाता है।


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