
हनुमान जयंती 2025 कब है? जानिए बजरंगबली के जन्म का रहस्य, पूजा विधि और कथा
हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक विशेष पर्व है। इस दिन भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म हुआ था। 2025 में हनुमान जयंती 11 अप्रैल को मनाई जाएगी। हनुमान जी को संकटमोचन और अष्ट सिद्धियों के दाता कहा जाता है।
हनुमान जयंती का महत्व
हनुमान जी को भगवान राम का सबसे बड़ा भक्त और परम शिष्य माना जाता है। उनके नाम का स्मरण करने से सभी दुख दूर होते हैं। हनुमान जयंती के दिन विशेष पूजा, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
हनुमान जयंती 2025 तिथि (Hanuman Jayanti 2025)
- तिथि — 11 अप्रैल 2025
- वार — शुक्रवार
हनुमान जी का जन्म रहस्य
कहा जाता है कि वानरराज केसरी और अंजना माता के पुत्र के रूप में हनुमान जी का जन्म हुआ था। अंजना माता ने शिव जी की घोर तपस्या की थी, जिसके फलस्वरूप उन्हें शिव जी का आशीर्वाद मिला और हनुमान जी का जन्म हुआ।
पूजा विधि
- प्रातःकाल स्नान कर हनुमान मंदिर जाएं या घर पर पूजा स्थान को साफ करें।
- हनुमान जी की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं।
- सिंदूर और चमेली के तेल का लेप करें।
- गुड़ और चने का भोग अर्पित करें।
- हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
- हनुमान जी की आरती करें और लड्डू का प्रसाद वितरित करें।
व्रत का नियम
हनुमान जयंती के दिन उपवास रखने से पापों का नाश होता है और संकटों से रक्षा मिलती है। उपवास करने वाले को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और पूरे दिन भजन-कीर्तन में लगे रहना चाहिए।
कथा
कहा जाता है कि एक बार हनुमान जी को भूख लगी थी और उन्होंने सूर्य को ही फल समझकर खाने का प्रयास किया। तब इन्द्रदेव ने वज्र प्रहार किया जिससे उनके गाल सूज गए और उन्हें ‘हनुमान’ नाम मिला। भगवान राम के जीवन में हनुमान जी का योगदान इतना बड़ा है कि वे ‘राम काज’ को ही अपना धर्म मानते हैं।
हनुमान जयंती पर क्या करें?
- हनुमान मंदिर में ध्वज चढ़ाएं।
- बंदरों को चना-गुड़ खिलाएं।
- जरूरतमंदों को वस्त्र और भोजन का दान करें।
- हनुमान जी के 108 नामों का जाप करें।
विशेष मान्यता
कहा जाता है कि हनुमान जयंती के दिन संकटमोचन का स्मरण करने से किसी भी प्रकार का भय और रोग समाप्त हो जाता है। इस दिन लाल रंग के वस्त्र पहनना भी शुभ माना जाता है।
उपसंहार
हनुमान जयंती पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने जीवन में सेवा, भक्ति और समर्पण को अपनाएंगे। हनुमान जी का जीवन हमें सिखाता है कि श्रद्धा और विश्वास से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं।
FAQ हनुमान जयंती 2025 (Hanuman Jayanti 2025)
प्रश्न 1: हनुमान जयंती 2025 (Hanuman Jayanti 2025) कब है?
उत्तर: हनुमान जयंती 2025 में 12 अप्रैल को मनाई जाएगी।
प्रश्न 2: हनुमान जयंती का क्या महत्व है?
उत्तर: हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह दिन शक्ति, भक्ति, और सेवा भाव का प्रतीक होता है।
प्रश्न 3: हनुमान जयंती पर क्या विशेष पूजा की जाती है?
उत्तर: इस दिन हनुमान जी का अभिषेक, सिंदूर अर्पण, हनुमान चालीसा का पाठ, और विशेष आरती की जाती है।
प्रश्न 4: इस दिन क्या व्रत रखा जाता है?
उत्तर: कई लोग हनुमान जयंती के दिन उपवास रखते हैं और दिनभर हनुमान जी का स्मरण करते हैं।
प्रश्न 5: हनुमान जयंती क्यों मनाते हैं?
उत्तर: हनुमान जी को राम भक्त, संकटमोचक और अमरत्व का प्रतीक माना जाता है। उनका जन्म दिन उनके अद्भुत पराक्रम और भक्ति को याद करने का अवसर होता है।
प्रश्न 6: क्या हनुमान जयंती पर कोई विशेष मंत्र है?
उत्तर: हनुमान जयंती पर ‘ॐ हनुमते नमः’ और ‘बजरंग बाण’ का जाप करना शुभ माना जाता है।
प्रश्न 7: हनुमान जी को कौन-कौन सी चीजें अर्पित की जाती हैं?
उत्तर: सिंदूर, चमेली का तेल, गुड़-चना, लाल फूल और तुलसी के पत्ते अर्पित किए जाते हैं।
प्रश्न 8: क्या हनुमान जयंती पर रात्रि जागरण किया जाता है?
उत्तर: हाँ, कई भक्त रात्रि जागरण करते हैं और भजन-कीर्तन करते हैं।
प्रश्न 9: हनुमान जयंती के दिन कौन से कार्य नहीं करने चाहिए?
उत्तर: इस दिन मांसाहार, मद्यपान और झूठ बोलने से बचना चाहिए।
प्रश्न 10: क्या हनुमान जयंती के दिन दान करना शुभ है?
उत्तर: हाँ, इस दिन गरीबों को अन्न, वस्त्र, और दक्षिणा दान करने से पुण्य प्राप्त होता है।