
गणेश चतुर्थी 2025: तिथि, महत्व, पूजा विधि और भगवान गणेश जन्म कथा
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आता है। 2025 में गणेश चतुर्थी का पर्व 30 अगस्त को पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन घरों में गणपति की स्थापना कर 10 दिनों तक पूजा-अर्चना की जाती है।
गणेश चतुर्थी का महत्व
गणेश जी को प्रथम पूज्य और विघ्नहर्ता कहा जाता है। वे सुख, समृद्धि और सफलता के देवता हैं। गणेश चतुर्थी पर पूजा और व्रत रखने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
गणेश चतुर्थी 2025 तिथि (Ganesh Chaturthi 2025 Dates)
- तिथि — 30 अगस्त 2025
- वार — शनिवार
पूजा विधि
- सुबह स्नान कर नए वस्त्र धारण करें।
- भगवान गणेश की मिट्टी या धातु की प्रतिमा को स्थापित करें।
- लाल फूल, दूर्वा, सिंदूर, मोदक, और नारियल चढ़ाएं।
- गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
- 10 दिनों तक प्रतिदिन आरती करें।
- 10वें दिन गणपति का विसर्जन करें।
भगवान गणेश जन्म कथा
माता पार्वती ने अपने स्नान के समय अपने शरीर की मैल से गणेश जी को बनाया और उन्हें द्वारपाल नियुक्त किया। भगवान शिव जब अंदर आने लगे, गणेश जी ने रोक दिया। शिव ने क्रोधित होकर उनका सिर काट दिया। बाद में माता पार्वती के अनुरोध पर शिव जी ने हाथी का सिर लगाकर गणेश जी को जीवन दिया और उन्हें प्रथम पूज्य का आशीर्वाद दिया।
इस दिन क्या करें?
- भगवान गणेश की प्रतिमा घर लाएं और स्थापना करें।
- मोदक और लड्डू का भोग लगाएं।
- बच्चों के साथ मिलकर गणेश जी की आराधना करें।
- जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करें।
विशेष मान्यता
कहा जाता है कि जो व्यक्ति गणेश चतुर्थी पर व्रत और पूजा करता है, उसके सभी विघ्न दूर होते हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। गणेश जी की आराधना से विद्या, बुद्धि और धन की प्राप्ति होती है।
उपसंहार
गणेश चतुर्थी केवल एक पर्व नहीं, बल्कि भक्ति, उल्लास और संस्कार का प्रतीक है। यह पर्व सिखाता है कि जीवन में हर कार्य की शुरुआत सकारात्मकता और श्री गणेश के आशीर्वाद से करनी चाहिए।
FAQ: गणेश चतुर्थी 2025 (Ganesh Chaturthi 2025)
प्रश्न 1: गणेश चतुर्थी 2025 (Ganesh Chaturthi 2025) में कब मनाई जाएगी?
उत्तर: गणेश चतुर्थी 2025 में 26 अगस्त को मनाई जाएगी। यह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को आता है।
प्रश्न 2: गणेश चतुर्थी का क्या महत्व है?
उत्तर: गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता, बुद्धि के दाता और मंगलकर्ता के रूप में पूजा जाता है।
प्रश्न 3: गणेश चतुर्थी पर क्या विशेष पूजा की जाती है?
उत्तर: इस दिन भगवान गणेश की स्थापना करके उनका अभिषेक, पूजा, मंत्रोच्चारण और आरती की जाती है। मोदक का भोग अर्पित किया जाता है।
प्रश्न 4: गणेश चतुर्थी पर कौन से मंत्र का जाप करें?
उत्तर: “ॐ गं गणपतये नमः” और “वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ” मंत्र का जाप शुभ माना जाता है।
प्रश्न 5: गणेश चतुर्थी का सामाजिक महत्व क्या है?
उत्तर: यह पर्व एकता, सामाजिक सहयोग, पर्यावरण सुरक्षा और सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक है।
प्रश्न 6: गणेश विसर्जन कब किया जाता है?
उत्तर: गणेश स्थापना के 1, 3, 5, 7, या 10वें दिन गणेश विसर्जन किया जाता है। 10वें दिन का विसर्जन सबसे विशेष होता है, जिसे ‘अनंत चतुर्दशी’ कहा जाता है।
प्रश्न 7: क्या गणेश चतुर्थी पर व्रत रखना आवश्यक है?
उत्तर: यह आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है। व्रत रखने से आत्मशुद्धि होती है और भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद मिलता है।
प्रश्न 8: इस दिन किन चीजों का दान करें?
उत्तर: गणेश चतुर्थी पर अन्न, फल, मिठाई, वस्त्र और जरूरतमंदों को दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रश्न 9: गणेश चतुर्थी का आध्यात्मिक संदेश क्या है?
उत्तर: यह पर्व जीवन में बाधाओं को दूर करने, ज्ञान प्राप्त करने, और नए कार्यों को शुभ रूप से शुरू करने का संदेश देता है।
प्रश्न 10: क्या घर पर गणेश स्थापना करना शुभ है?
उत्तर: हां, घर में गणपति स्थापना करके पूजा करने से घर में खुशहाली, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा आती है।